Pariksha Pe Charcha 2023 :- देश के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा पर चर्चा कर 27 जनवरी 2023 को विद्यार्थियों से सीधा संबंध स्थापित करने मैं पूर्व की भांति सफलता हासिल की है.उन्होंने दिल्ली में स्थित तालकटोरा स्टेडियम में परीक्षा की चर्चा विषय पर छात्रों को फैमिली प्रेशर, स्ट्रेस मैनेजमेंट,अनुचित साधनों की रोकथाम तथा फिटनेस पर काम कैसे करें,उसके साथ सही कैरियर का चुनाव कैसे करें?

इत्यादि जैसे गंभीर विषयों पर खुलकर चर्चा की.आपको बता दें कि इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों की तरफ से 2000000 प्रश्न आए थे,जिनमें से कॉमन सवालों को चुनकर 2 घंटे 48 मिनट चलने वाले एक सेमिनार में इसे एक्नॉलेज किया गया। तो चलिए आपको इस परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में पूछे गए सभी उपयोगी तथा प्रैक्टिकल Argument से रूबरू करवाएं।
Pariksha Pe Charcha 2023
“परीक्षा पे चर्चा” जैसे कार्यक्रम देश के एकमात्र तथा अनोखे कार्यक्रम की सूची में शामिल होने का खिताब प्राप्त है,आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में छात्रों को परीक्षा पर चर्चा 2023 के कार्यक्रम में संबोधित किया,इसमें कई छात्र लाइव टेलीकास्ट के जरिए कार्यक्रम में शामिल हुए। यह चर्चा अपने आप में एक ऐसा अनोखा स्थान रखता है,तथा इसका आयोजन हर साल बोर्ड परीक्षा से पहले किया जाता है।
आपको बता दें कि साल 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी,जिसमें वह देश के बच्चों तथा शिक्षकों और उनके माता-पिता से रूबरू होते हैं। चुकीं साल 2023 में 3800000 से अधिक छात्रों ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया संपन्न किया,जो साल 2022 की तुलना में 2 गुना से भी ज्यादा है.
अपनी आलोचना के सवाल पर जवाब देते हुए मोदी ने ये कहा !
27 जनवरी 2023 यानी शुक्रवार के दिन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने मनचले अंदाज में देश के अलग-अलग हिस्सों से एक सवाल पूछा,इन सवालों को पूछने में शामिल छात्र-छात्राओं के नाम तथा राज्य इस प्रकार है।
गुजरात से छात्रा कुमकुम सोलंकी तथा दक्षिण सिक्किम से अष्टमी ने और चंडीगढ़ से मन्नत बाजवा ने यह पूछा कि “आप विपक्ष और मीडिया के आलोचनाओं का कैसे सामना करते हैं” हमें तो अपने गार्जियंस और टीचर की आलोचनाओं से ही बैड फील होने लगता है।
इस प्रश्न को सुनते ही माननीय मोदी जी पहले तो मुस्कुराए और फिर कहा यह आउट ऑफ सिलेबस है साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं जानता हूं कि आप मुझे इसमें क्यों लपेट रहे हैं क्योंकि आपके परिवार के लोग भी यह सुन रहे हैं फिर अपने सवाल पर केंद्रित करते हुए माननीय मोदी जी ने आलोचनाओं को शुद्धि यज्ञ की संज्ञा दी.
उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरा यह मत है,कि आज की आलोचना करने वाले सामान्य रूप से यह आदतन करते हैं,उनको एक बक्से में डाल दीजिए,उनका इरादा कुछ और होता है,उन्होंने आगे कहा कि घर में आलोचना नहीं होती,क्योंकि आलोचना के लिए माता-पिता को बहुत ऑब्जरवेशन करना पड़ता है.
जैसे आपके टीचर से मिलना,आपके बारे में उनसे पूछना,आप स्क्रीन पर कितना समय बिता रहे हैं,यह सब जांच करना इत्यादि…यह सब चेक हो जाने के बाद जब आप अच्छे मूड में होते हैं तथा अकेले होते हैं,तो प्यार से बोलते हैं,यहां थोड़ी सी कमी रह रही है इसे ठीक कर लीजिए, अर्थात गुस्सा आपको ठोकाठोकी पर आता है,आलोचना पर नहीं…..
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सप्ताह में एक दिन डिजिटल फास्टिंग है जरूरी-Pariksha Pe Charcha 2023
माननीय मोदी जी ने कहा सबसे पहले आपको यह निर्णय करना होगा कि,आप स्मार्ट है या गैजेट…अर्थात गैजेट को ज्यादा स्मार्ट मानते हैं…तो गलती वहीं से शुरू हो जाती है.. उन्होंने हमारे स्क्रीन टाइम को लेकर एक सर्वे पेश किया…और कहा कि आजकल भारत में लोग 6 घंटे से ज्यादा समय प्रतिदिन स्क्रीन पर बिताते हैं…जाहिर तौर पर यह चिंता का विषय है,इससे गैजेट हमें गुलाम बना देगा,अतः सचेत रहें अगर हो सके तो सप्ताह में 1 दिन कुछ घंटे के लिए डिजिटल फास्टिंग करें……
Conclusion :- उम्मीद करती हूं दोस्तों आपको आज का आर्टिकल(Pariksha Pe Charcha 2023)बेहद पसंद आया होगा,ऐसे ही Trending आर्टिकल्स के लिए हमारी साइट पर लगातार विजिट करते रहे,और अपने प्यारे प्यारे प्रश्न हमें कमेंट के जरिए लिखना ना भूलें.धन्यवाद !